परिचय
भारतीय खेल प्राधिकरण (भाखेप्रा) की स्थापना युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय (यु0क0खे0म0) के अन्तर्गत वर्ष 1982 में नई दिल्ली में आयोजित 9वें एशियाई खेलों को लीगेसी को आगे ले जाने के उद्देश्य से वर्ष 1984 में संकल्प सं0 1-1/83 भाखेप्रा दिनांक 25 जनवरी 1984 के अनुसरण में सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के अन्तर्गत पंजीकृत सोसायटी के रूप की गई । वर्ष 1982 में दिल्ली में आयोजित नवें ऐशियाई खेलों के लिए दिल्ली में स्थित निम्नलिखित निर्मित / नवीकृत स्टेडियमों के लिए युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की ओर से इनका उपयोग एवं अनुरक्षण का कार्य भी सौंपा गया:-
- जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम
- इंन्दिरा गांधी खेल परिसर
- मेजर ध्यान चन्द नेशनल स्टेडियम
- डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी तरणताल परिसर
- डा. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज स्टेडियम
तदनुसार, एक मज़बूत खेल प्रोत्साहन निकाय के रूप में भारतीय खेल प्राधिकरण का विकास करने के उद्देश्य से 1 मई, 1987 से नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान (ने0सु0रा0खे0सं0), पटियाला और इसके दो अन्य शैक्षणिक संस्थानों नामतः ग्वालियर और तिरूवनंतपुरम स्थित लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय (ल0रा0शा0शि0महा0) से गठित सम्पूर्ण राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा एवं खेल संस्थान (स्नाईप्स) का भाखेप्रा के साथ विलय करते हुए खेल प्रशिक्षण और शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में आवश्यक जानकारी और कौशल को निगमित किया गया। तथापि, एलएनसीपीई, ग्वालियर को ‘‘सह-विश्वविद्यालय’’ का दर्जा प्राप्त होने पर सितम्बर, 1995 में भाखेप्रा से अलग कर दिया गया। आज भारतीय खेल प्राधिकरण देश में खेल और खेल उत्कृष्टता के प्रोत्साहन करने के लिए एक शीर्ष निकाय है।
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Last Updated On: 14th July,2021